Meri Kahani Masaale ke saath 

ओये  सुण नए दोसत

पुराने दोसत की तो सारी गुस्ताखिआ माफ़

उसने मुझे नई ज़िंदगी दी

जिसकी वजह से तुम मुझे जान पाए 

उसका चेहरा तो मुदत से देखा ही नहीं

तुमसे शिकायत यह है के जब सामने परगट हुआ था

उस moment का लाभ क्यों नहीं लीया

चाय पिलाते , बात आगे वढ़ती

कुछ बातें पुराने दोसत के बारे भी पूछता

भले तुम्हे थोड़ी जलन भी होती

परन्तु तुम्हे कितना लाभ मिलता

एक गुणकारी दोसत

49 साल का अनुभव

जो के सिर्फ किसी एक खेत्र का नहीं

सभ साँझा करता ,गले भी मिलते अगर दोनों को स्वीकार होता

अब अपनी ज़िंदगी की हाइलाइट्स साँझा करता हूँ

पैदा हुआ  मार्च 13 1974 .

धरती पर कहीँ  तो भूकम जरूर आया होगा उस दिन

मुझे नहीं पता बचा था ना अँगरेज़ 13 को शुभ अंक नहीं मानते

profit वाला चकर नहीं ना, दिल वाला है इसी लिए

Grade 12 में पहला प्यार का किसा

किस्सा काहे का, उसी college में तो बापू job करता था

कान खिचवां दिए जी मेरे

कितना confidence hurt हुआ होगा बचे का ? है ना ? 

कम से कम हस्स दो यार

दूसरे तीसरे और मनू के प्यार की कहानी सुनाने लगा तो महीना लग जाना

अरे छोडो बचपन का प्यार कह लो, खैर भूल तो नहीं पाया

मनू को बता कर हम दोनों बहुत हसते हैं

आगे चलते हैं होशीआरपुर बच्चे ने पूरा देखा नहीं

Bachelor की डिग्री पूरी होते ही 

और निकल पड़ा मदरास (चेनई तो बाद में नाम रखा गया )

"नींगल  अैंगे  पोरे "  ऑटो वाले का पहला तमिल dialogue

हैरान होता हूँ  कैसे bus के नंबर figure out किए

और पहुंचा "Institute of Marine  Electronics"

Radio Officer बनने निकला था जी बन नहीं पाया

खैर अफ़सोस नहीं हुआ इस बात का

Course  बीच में छोड़ पहुँचा Chandigarh

Chandigarh के पास  चुनी वडाला सिंह

पहली job  Lab Assistant dairy Industry

एक ही तो job थी lab में

अब assistant कहो  जा In  charge कह लो

सभसे अच्छे boss मुझे जहाँ ही मिले थे

डांटते भी थे प्यार से भी समझते थे

पर मैं ठहरा बच्चे का बच्चा ,

खैर थोड़ा सा बचपन  तो अभी तक संभल रखा है - हाहाहा

तब खुल कर  बात नहीं करता था

Dairy Plant शहर से दूर था

खाना भी खुद बनाना पड़ता था

सात को महीने काम कीया  2000 रूपए महीना वगार थी

Boss से डर की वजह से permission लिए बिना

भाग गया वहाँ से - जी हाँ भाग गया

जैसे कुए में गिरा  बैल  भाग गया था मिट्टी झाड़ कर  - हाहाहा

अब Story देखो दूसरी job  Dera Bassi Milk Plant  में मिली

Lab  Attendant  2500 रुपए  महीना

हसी की बात बताऊँ - अभी कुछ महीने ही हुए थे

चुनी वाले boss भी इधर join कर  गए Production manger

बिना बताए  जॉब छोड़ने वाली कान खिचाई डेराबसी में हुई

अरे मज़ाक कर रहा हूँ उन्होंने प्यार से कहा अमरीक बता तो देते

मैने बताया सर गाँव से आया था, बहुत शरमाता था, बात करने से डर लगता था

वह मुस्कुराए  बोले जहाँ खूब मिहनत करना

सात आठ साल इसी जगह टिक क्र काम कीया

Lab attendant से  Lab  Assistant, junior Chemist, Chemist

AGMARK Chemist, Executive QA

मित्रजनों और seniors के आशीर्वाद से छे वार promote कीया

मेरे लिए आसमान में उड़ने जैसा अनुभव था

फिर  वहीँ रहते apply कीया  कनाडा के लिए

अरे बहुत सपने थे , मैने तो 15 -20 जगह job Application भी भेजे

कुछ के तो जवाब भी आए कनाडा से

Mr अमरीक we were impressed by your qualifications

but  we require Candidates who are already in  Canada

फिर भी खुश था अरे कनाडा वालों ने चिठ्ठी तो भेजी -हाहाहा

फिर जब पहली वार जहाज में बैठा वह भी Window वाली  सीट पर

बहुत कम सोया देखना चाहता  था ना ज्यादा से ज्यादा 

अरे बहुत लिखा जायेगा short रखता हूँ

पहले 2 साल कभी कनाडा कभी India कितने चकर लगाए

फैसला होने तक , फिर सभ छोड़ पक्का move हो गए

के अब कनाडा  में ही रहना है , जो भी होगा सभ स्वीकार

किया भी हमने हर दुःख सुख को स्वीकार

ज्यादा नहीं बोलूंगा अब इसके बारे

खैर Journeyman Electrician तो 2009 में मिल गया था

पहले साल उंगलिओं में बहुत दर्द रहता था , Plug  switch लगाते लगाते

पता नहीं कितने घरों में लगाएं होंगे गिनती थोड़े है

चलो छोड़ो धीरे धीरे अच्छा लगने लगा था

Weekend  जो free होता था हम लोग निकल जाते थे घूमने

कोई खाना बनाने का फ़िक्र नहीं , बोलते जहाँ मन किए order कर  लेंगे

अब की तरह कंजूस थोड़े था , राजा था राजा - हाहाहा

Delta BC , Surrey BC , 100 Miles House, Kamloops, Edmonton 

इन शहरों में रहने का मौका मिला

घूमने को तो गिनती नहीं , हर हफ्ते घूमने निकलते थे weekend को

weekdays में भी खाना खाया और पहाड़ के टीसी

पर जाकर बैठ  कर  मूंगफली खाया करते थे

Kamloops दरिया  में डूबकीयां लगाया करते थे

चार मस्तों का झुंड था जी, कभी कभी और दोस्त भी होते थे साथ में

अब भी वोही ज़िन्दगी चाहते हैं

पर अब बच्चे वड़े हो गए हैं , वड़े होकर इनसान सयाना हो जाता है

मौज मसती छोड़ देता है हिसाबी किताबी हो जाता है

हैं ना दोसतो ? देखो मुस्कुरा दीए ना इस बात पर ?

हिसाबी किताबी झल्ले बातें ज्ञान की करते हैं

ज़िंदगी में apply करने को बोलो

तो यार लोग क्या कहेंगे , अरे भाड़ में जाएँ लोग क्या कहेंगे

जब अच्छा करते हो तब कभी तरीफ करते हैं चार लोग ?

नहीं करते ना ?

अच्छा छोड़ो बात तो बोलनी थी नए दोसत को

    तुम भी चाहो तो मिल सकते हो मनाही नहीं है

    पर हक से बोलने का

"अरे अमरीक कहाँ मुंह उठा कर भागे जा रहे हो ?"

बात करो ना , मैं बोलता चलो साथ चलो बात करो

बात करने के बिना तो कोई जान पहचान नहीं वढ़ती ना ?

जयादातर  दुसरे इंसान पर छोड़ देता हूँ के वोह क्या चाहते हैं

जो सभसे पहले हक से बोलता वह होता winner  मेरी दुनिआ का 

ज्यादा complex नहीं है यार बात करने से अपने आप रिश्ते

गहरे होते चले जाते हैं , यही बात पुराने दोसत को बोली थी

पता नहीं है कहाँ , मुझे फ़िक्र रहती है उसकी