Dil E Nadan Tujhe Huya Kya Hai
दिल ए नादान तुझे हुआ क्या है आख़िर इस दर्द की दावा क्या है दिल ए नादान तुझे हुआ क्या है हम है मुश्ताक़ और वो बेज़ार हम है मुश्ताक़ और वो बेज़ार या इलाही ये माजरा क्या है दिल ए नादान तुझे हुआ क्या है मैं भी मुंह मे ज़ुबान रखता हूँ मैं भी मुंह मे ज़ुबान रखता हूँ काश पुछो की मुद्दा क्या है दिल ए नादान तुझे हुआ क्या है हमको उनसे वफ़ा की है उम्मीद हमको उनसे वफ़ा की है उम्मीद जो नही जानते वफ़ा क्या है दिल ए नादान तुझे हुआ क्या है जान तुम पर निसार करता हूँ जान तुम पर निसार करता हूँ मैं नही जानता दुआ क्या है दिल ए नादान तुझे हुआ क्या है आख़िर इस दर्द की दवा क्या है मैने माना कि कुछ नहीं ग़ालिब मुफत हाथ आए तो बुरा कया है अरे मुफत में ग़ालिब मिले और क्या चाहिए दिन भर ग़ज़ल सुनाएगा