Ghazal Lyrics
Mere Dil Mein Tu Hi Tu Hai - Ghazal Lyrics
मेरे दिल में तू ही तू है दिल की दवा क्या करूँ
दिल भी तू है जाँ भी तू है तुझ पे फ़िदा क्या करूँ
मेरे दिल में तू ही तू है दिल की दवा क्या करूँ
खुद को खो के तुझको पा कर क्या क्या मिला क्या कहूँ
तेरी हो के जीने में क्या आया मज़ा क्या कहूँ
कैसे दिन हैं कैसी रातें कैसी फिज़ा क्या कहूँ
मेरी हो के तूने मुझको क्या क्या दिया क्या कहूँ
मेरे पहलू में जब तू है फिर मैं दुआ क्या करूँ
दिल भी तू है जाँ भी तू है तुझ पे फ़िदा क्या करूँ
मेरे दिल में तू ही तू है दिल की दवा क्या करूँ
है ये दुनिया दिल की दुनिया मिल के रहेंगे यहाँ
लूटेंगे हम खुशियाँ हर पल दुख ना सहेंगे यहाँ
अरमानों के चंचल धारें ऐसे बहेंगे यहाँ
ये तो सपनों की जन्नत है सब ही कहेंगे यहाँ
ये दुनिया मेरे दिल में बसी है दिल से जुदा क्या करूँ
दिल भी तू है जाँ भी तू है तुझ पे फ़िदा क्या करूँ
मेरे दिल में तू ही तू है दिल की दवा क्या करूँ
Mein Na HIndu Na Musalmaan Mujhe Jeene Do - Ghazal Lyrics
मैं न हिन्दू न मुसलमान, मुझे जीने दो Music
मैं न हिन्दू न मुसलमान, मुझे जीने दो
दोस्ती है मेरा इमान, मुझे जीने दो
मैं न हिन्दू न मुसलमान, मुझे जीने दो
कोई एहसां न करो मुझपे तो एहसां होगा Music
कोई एहसां न करो मुझपे तो एहसां होगा
सिर्फ़ इतना करो एहसान, मुझे जीने दो
मैं न हिन्दू न मुसलमान, मुझे जीने दो
दोस्ती है मेरा इमान, मुझे जीने दो
मैं न हिन्दू न मुसलमान, मुझे जीने दो
सब के दूख-दर्द को बस अपना समझ कर जीना Music
सब के दूख-दर्द को बस अपना समझ कर जीना
बस यही है मेरा अरमान, मुझे जीने दो
मैं न हिन्दू न मुसलमान, मुझे जीने दो
दोस्ती है मेरा इमान, मुझे जीने दो
मैं न हिन्दू न मुसलमान, मुझे जीने दो
लोग होते हैं जो हैरान मेरे जीने से Music
लोग होते हैं जो हैरान मेरे जीने से
लोग होते रहें हैरान, मुझे जीने दो
मैं न हिन्दू न मुसलमान, मुझे जीने दो
दोस्ती है मेरा इमान, मुझे जीने दो
मैं न हिन्दू न मुसलमान, मुझे जीने दो
Muskura Kar Mila Karo Humse
मुस्कुरा कर मिला करो हमसे Music
मुस्कुरा कर मिला करो हमसे
कुछ कहा और सुना करो हमसे
मुस्कुरा कर मिला करो हमसे
Music 3 2 1
बात करने से बात बढ़ती है
बात करने से बात बढ़ती है
रोज़ बातें किया करो हमसे
रोज़ बातें किया करो हमसे
कुछ कहा और सुना करो हमसे
Music 3 2 1
दुश्मनी से मिलेगा क्या तुम को
दुश्मनी से मिलेगा क्या तुम को
दोस्त बनकर रहा करो हमसे
दोस्त बनकर रहा करो हमसे
कुछ कहा और सुना करो हमसे
मुस्कुरा कर मिला करो हमसे
देख लेते है सात पर्दो में
देख लेते है सात पर्दो में
ज्यों ना परदा किया करो हमसे
ज्यों ना परदा किया करो हमसे
मुस्कुरा कर मिला करो हमसे
कुछ कहा और सुना करो हमसे
Chand Ke Sath Kai Dard Purane Nikle
चाँद के साथ चाँद के साथ कई दर्द पुराने निकले
चाँद के साथ चाँद के साथ कई दर्द पुराने निकले
चाँद के साथ चाँद के साथ कई दर्द पुराने निकले
दर्द पुराने निकले दर्द पुराने निकले
चाँद के साथ कई दर्द पुराने निकले
कितने गम थे जो तेरे गम के बहाने निकले
चाँद के साथ कई दर्द पुराने निकले
फसल-ए-गुल आई फिर एक बार
असीरान-ए-वफ़ा
फसल-ए-गुल आई फिर एक बार
असीरान-ए-वफ़ा
अपने ही खून के दरिया में नाहने निकले
दिल ने एक ईट से तामीर किया ताजमहल
दिल ने एक ईट से तामीर किया ताजमहल
तूने एक बात कही लाख फसाने निकले
दस्त-ए-तन्हाई हिजरा में खड़ा सोचता हूं
दस्त-ए-तन्हाई हिजरा में खड़ा सोचता हूं
हाय क्या लोग
हाय क्या लोग मेरा साथ निभाने निकले
हाय क्या लोग मेरा साथ निभाने निकले
चाँद के साथ कई दर्द पुराने निकले
चाँद के साथ कई दर्द पुराने निकले कितने
गम थे जो तेरे गम के बहाने निकले
चाँद के साथ कई दर्द पुराने निकले
Dil-e-Nadan Tujhe Hua Kya Hai - Ghazal Lyrics
दिल ए नादान तुझे हुआ क्या है
आख़िर इस दर्द की दावा क्या है
दिल ए नादान तुझे हुआ क्या है
हम है मुश्ताक़ और वो बेज़ार
हम है मुश्ताक़ और वो बेज़ार
या इलाही ये माजरा क्या है
दिल ए नादान तुझे हुआ क्या है
मैं भी मुंह मे ज़ुबान रखता हूँ
मैं भी मुंह मे ज़ुबान रखता हूँ
काश पुछो की मुद्दा क्या है
दिल ए नादान तुझे हुआ क्या है
हमको उनसे वफ़ा की है उम्मीद
हमको उनसे वफ़ा की है उम्मीद
जो नही जानते वफ़ा क्या है
दिल ए नादान तुझे हुआ क्या है
जान तुम पर निसार करता हूँ
जान तुम पर निसार करता हूँ
मैं नही जानता दुआ क्या है
दिल ए नादान तुझे हुआ क्या है
आख़िर इस दर्द की दवा क्या है
मैने माना कि कुछ नहीं ग़ालिब
मुफत हाथ आए तो बुरा कया है
अरे मुफत में ग़ालिब मिले
और क्या चाहिए दिन भर ग़ज़ल सुनाएगा